“कमजोर शुरुआत से लड़खड़ाई ‘गुस्ताख इश्क’, शुरुआती कमाई ने उम्मीद तोड़ी”
रिलीज के दो दिन बाद धीमी पड़ी ‘गुस्ताख इश्क’, शुरुआत ने ही फिल्म का मूड बिगाड़ दिया
28 अक्टूबर को सिनेमाघरों में उतरी ‘गुस्ताख इश्क’ वह शुरुआत नहीं ला पाई, जिसकी उम्मीद इस टीम को थी। फिल्म के रिलीज होते ही साफ हो गया कि दर्शकों की पहली पसंद बनने की इसकी कोशिश मुश्किल मोड़ में फंस गई है। कारण भी साफ है—रिलीज के दिन ही इसके सामने दो मजबूत दावेदार खड़े थे।
जहाँ ‘तेरे इश्क में’ युवाओं में पहले से चर्चा बना चुकी थी, वहीं ‘जूटोपिया 2’ पूरी तरह से परिवारिक दर्शकों को खींच ले गई। ऐसे माहौल में ‘गुस्ताख इश्क’ के लिए अपनी जगह बनाना आसान नहीं था।
पहले दिन फिल्म ने करीब 50 लाख रुपये कमाए। यह आंकड़ा देखकर यही साफ झलकता है कि दर्शकों की रुचि शुरुआत में ही सीमित रह गई। दूसरे दिन सुबह तक के शुरुआती अनुमान बताते हैं कि फिल्म करीब 35 लाख रुपये और जोड़ पाई। इस तरह दो दिनों का कुल आंकड़ा 85 लाख रुपये के आसपास जा पहुंचा।
हालाँकि दिन का आधिकारिक डेटा बाद में बदल सकता है, पर शुरुआत से जो रफ्तार दिख रही है, वह फिल्म के लिए उत्साहजनक नहीं है।
रिपोर्टों के अनुसार फिल्म का खर्चा लगभग 25 करोड़ रुपये के बजट में पूरा हुआ है। इसके मुकाबले इसकी विदेशी कमाई बेहद मामूली रही—ओवरसीज में पहले दिन सिर्फ 10 लाख रुपये मिले, जबकि कुल वर्ल्डवाइड ओपनिंग लगभग 60 लाख रुपये पर अटकी रह गई।
इन शुरुआती स्थितियों को देखते हुए लगता है कि फिल्म को केवल अपना बजट निकालना ही एक बड़ी चुनौती बन जाएगी। और अगर हिट होने के मानकों को देखें, तो इसे लगभग 50 करोड़ रुपये का कारोबार चाहिए, जो मौजूदा परिस्थितियों में आसान नहीं दिखता।
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दिलचस्प बात यह है कि दर्शक भले ही कम पहुँच रहे हों, मगर फिल्म को समीक्षकों से अच्छा समर्थन मिल रहा है। कई रिव्यूज़ में इसकी कहानी की संवेदनशीलता और भाषा की खूबसूरती की तारीफ की गई है। कुछ समीक्षक इसे गुलज़ार की कोमल लेखनी जैसा एहसास तक बताते हैं।
विभु पुरी के निर्देशन में बनी इस कहानी में विजय वर्मा, फातिमा सना शेख और नसीरुद्दीन शाह ने शांत, संवेदनशील और गहरे किरदारों को जीवंत किया है।
लेकिन इन सबके बावजूद, शुरुआती बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट यही कहती है कि आने वाले दिनों में फिल्म को दर्शकों का ध्यान खींचने के लिए और भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

