नवीन पटनायक का बड़ा फैसला, नेता प्रतिपक्ष की सैलरी गरीबों को समर्पित
नवीन पटनायक का बड़ा फैसला: नेता प्रतिपक्ष की बढ़ी सैलरी लेने से किया इनकार, गरीबों के हित में इस्तेमाल की अपील
बीजू जनता दल (BJD) के प्रमुख और ओडिशा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नवीन पटनायक ने एक अहम और प्रतीकात्मक निर्णय लेते हुए अपनी बढ़ी हुई सैलरी और भत्तों को लेने से इनकार कर दिया है। इस संबंध में उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को पत्र लिखकर स्पष्ट रूप से कहा है कि हाल ही में विधानसभा द्वारा नेता प्रतिपक्ष के वेतन और अलाउंस में की गई बढ़ोतरी को वे स्वीकार नहीं करना चाहते।
अपने पत्र में नवीन पटनायक ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस अतिरिक्त राशि का उपयोग राज्य के गरीब, कमजोर और जरूरतमंद वर्गों के कल्याण के लिए किया जाए। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में जब समाज का एक बड़ा वर्ग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है, तब जनप्रतिनिधियों को अतिरिक्त सुविधाएं लेने के बजाय आम लोगों के हित को प्राथमिकता देनी चाहिए।
नवीन पटनायक का यह कदम राजनीतिक और सामाजिक दोनों दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उनका मानना है कि सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और संवेदनशीलता बेहद जरूरी है। उन्होंने संकेत दिया कि राजनीति का उद्देश्य व्यक्तिगत लाभ नहीं, बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक मदद पहुंचाना होना चाहिए।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि नवीन पटनायक का यह फैसला ओडिशा की राजनीति में एक मजबूत संदेश देता है। यह निर्णय न केवल सत्ता पक्ष बल्कि अन्य विपक्षी नेताओं के लिए भी एक उदाहरण पेश करता है कि जनसेवा को कैसे प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे यह बहस भी तेज हो सकती है कि क्या जनप्रतिनिधियों के वेतन और सुविधाओं में बढ़ोतरी मौजूदा हालात में उचित है या नहीं।
गौरतलब है कि नवीन पटनायक लंबे समय तक ओडिशा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और सादगीपूर्ण जीवनशैली के लिए पहचाने जाते हैं। सत्ता में हों या विपक्ष में, वे अक्सर ऐसे फैसले लेते आए हैं जो उन्हें आम जनता के करीब लाते हैं। नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सैलरी बढ़ोतरी को ठुकराना उसी सोच का हिस्सा माना जा रहा है।
उनके इस फैसले को लेकर आम लोगों और समर्थकों के बीच सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई लोग इसे संवेदनशील राजनीति की मिसाल बता रहे हैं। फिलहाल मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से इस पत्र पर औपचारिक प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

