Karnataka में Hate Speech बिल हुआ पास, BJP ने जताया विरोध

कर्नाटक विधानसभा में Hate Speech और Hate Crimes Prevention बिल पास, BJP ने जताया विरोध

Belagavi, Karnataka: कर्नाटक विधानसभा ने हाल ही में Hate Speech and Hate Crimes Prevention Bill, 2025 पास किया। बिल के पास होने के बाद भाजपा नेता CN अश्वथ नारायण ने कड़ा विरोध जताया और कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र और संवैधानिक मूल्यों का सम्मान नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब एक मंत्री ने क्षेत्र के खिलाफ संवेदनशील बयान दिया, भाजपा ने माफी की मांग की, लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे पर चर्चा किए बिना बिल पास कर दिया।

अश्वथ नारायण ने कहा, “ऐसा महत्वपूर्ण बिल पास किया गया है, लेकिन यह मौजूदा संविधान और नागरिकों के अधिकारों के साथ विरोधाभासी है। वर्तमान BNS और IT बिल पहले ही किसी भी तरह की नफरत फैलाने वाली भाषा और अपराधों पर कार्रवाई की अनुमति देते हैं। नया बिल केंद्रीय कानूनों के साथ टकराव में है और इसका दुरुपयोग किया जा सकता है। इससे डर और एक नए रूप में इमरजेंसी जैसी स्थिति पैदा होने का खतरा है।”

भाजपा नेता ने आगे कहा कि बिल का उद्देश्य सुरक्षा और समानता होना चाहिए, न कि राजनीतिक लाभ या भय पैदा करना। उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान बिल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में नागरिकों के अधिकारों के लिए खतरा बन सकता है, यदि इसका दुरुपयोग किया गया तो। उनका कहना था कि इस बिल के कई प्रावधान केंद्रीय कानूनों के खिलाफ हैं और इसे लेकर गंभीर राजनीतिक बहस की जरूरत है।

इस बीच विधानसभा में राजनीतिक माहौल तनावपूर्ण रहा। भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा। अश्वथ नारायण ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी बिल के खिलाफ है और इसे लागू करने से पहले व्यापक समीक्षा की मांग करेगी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में नागरिकों के अधिकारों और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा सर्वोपरि है।

राज्य में अब यह बहस जारी रहने की संभावना है कि बिल के क्या प्रभाव होंगे और इसे लागू करने की प्रक्रिया में किन जोखिमों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

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