भूपेश बघेल का हमला: सरकार धान खरीदने से क्यों कतरा रही?
भूपेश बघेल ने सरकार पर आरोप लगाया – धान खरीद में चुप्पी, किसानों की परेशानियां बढ़ीं।
रायपुर, छत्तीसगढ़: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार किसानों से धान खरीदने में पूरी तरह से उदासीनता दिखा रही है। भूपेश बघेल ने बताया कि पिछले साल का धान अभी भी स्टोरेज केंद्रों में पड़ा हुआ है। इसके चलते नए खरीफ सीजन का धान आने में दिक्कतें आ रही हैं और इस बार की धान खरीद प्रभावित होगी।
भूपेश बघेल ने कहा, “सरकार का मन नहीं है कि किसानों से धान खरीदा जाए। यह स्थिति किसानों के लिए बहुत चिंता का विषय बन गई है। अभी भी पिछले साल का धान भंडारण केंद्रों में रखा पड़ा है, लेकिन नए धान की खरीद के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं हो रही है।”
इसके अलावा उन्होंने किसानों को प्रभावित कर रहे अन्य मुद्दों पर भी ध्यान दिलाया। भूपेश बघेल ने बताया कि उर्वरक (यूरिया) की कमी ने किसानों को काफी परेशान कर दिया है। देश भर में यूरिया की भारी कमी के कारण खेती करना मुश्किल हो गया है। इसके साथ ही बिजली कटौती की समस्या भी किसान खासकर ग्रामीण इलाकों में लगातार झेल रहे हैं।
उन्होंने कहा, “किसानों के पास उत्पादन करने का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है। बिना पर्याप्त यूरिया और बिजली के किसान खेती की सही विधि से काम नहीं कर पा रहे। यदि सरकार ने समय रहते उचित कदम नहीं उठाए, तो किसान संकट और गहरा जाएगा।”

भूपेश बघेल ने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की है कि वे इस गंभीर समस्या को समझें और तुरंत समाधान निकालें। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के हित में उचित नीति बनाई जाए ताकि देश के कृषि क्षेत्र को मजबूत किया जा सके।
यह बयान आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक हलचल भी बढ़ा सकता है। साथ ही किसानों की समस्याओं पर ध्यान आकर्षित कर जनता में भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

