बंगाल चुनावी विवाद: SIR प्रक्रिया पर सत्ताधारी और विपक्ष आमने-सामने
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर ममता बनर्जी और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज, चुनावी माहौल तनावपूर्ण
पश्चिम बंगाल में चुनावी माहौल लगातार तनावपूर्ण होता जा रहा है। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप बढ़ते जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर इस प्रक्रिया पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि SIR प्रक्रिया बिना तैयारी और योजना के शुरू की गई। फील्ड अधिकारी और कर्मचारी काम संभाल नहीं पा रहे हैं। सर्वर बार-बार डाउन हो रहे हैं और कई जगह फॉर्म सही तरीके से अपडेट नहीं हो रहे। उन्होंने यह भी लिखा कि BLOs (बूथ स्तर अधिकारी) को पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं मिला है। ममता के अनुसार, तय समय में डेटा अपलोड करना मुश्किल है।
इसके तुरंत बाद भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को जवाबी पत्र भेजा। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि वे प्रक्रिया को राजनीति की दृष्टि से प्रभावित कर रही हैं। अधिकारी ने कहा कि राज्य सरकार कुछ अवैध या अयोग्य नामों को बचाने के लिए बाधा डाल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री चुनाव अधिकारियों पर दबाव बना रही हैं।
अधिकारी ने बताया कि राज्य के वित्त विभाग ने BLO और डेटा एंट्री ऑपरेटरों के लिए फंड जारी नहीं किया है। उनका कहना है कि इससे SIR की प्रक्रिया और धीमी हो रही है। अधिकारी ने चेतावनी दी कि इस स्थिति में मतदाता सूची की विश्वसनीयता प्रभावित हो सकती है।
तृणमूल कांग्रेस ने इस आरोप पर अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि पार्टी के नेता कह रहे हैं कि भाजपा यह विवाद राजनीतिक कारणों से खड़ा कर रही है।
विश्लेषकों का कहना है कि SIR प्रक्रिया को लेकर तनाव आने वाले दिनों में बढ़ सकता है। राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची का हर कदम संवेदनशील होता है। दोनों पार्टियां इस मुद्दे को जनता के सामने लेकर राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि मतदाता सूची का सही और समय पर निर्माण लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है। वहीं, राजनीतिक विवाद इसे सुचारू रूप से पूरा करने में बाधा डाल सकते हैं।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

