भारत ने मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में पिछले 17 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया!


यूरोप में फैक्ट्रियों की रफ्तार लौटी, एशिया में गिरावट जारी
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार यूरोप में फैक्ट्री गतिविधि ने लगभग ढाई साल बाद पहली बार तेजी पकड़ी है। अगस्त में यूरोजोन की फैक्ट्रियों में कामकाज बढ़ा, क्योंकि घरेलू मांग ने अमेरिकी टैरिफ के असर को काफी हद तक संतुलित कर दिया। दूसरी तरफ, एशिया के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में गिरावट जारी रही।

चीन की अर्थव्यवस्था को लेकर मिले संकेत उलझे हुए हैं। एक निजी सर्वे के अनुसार अगस्त में मामूली बढ़त हुई, जबकि सरकारी आंकड़ों ने एक दिन पहले बताया था कि गिरावट पांचवें महीने भी जारी है।
जापान, दक्षिण कोरिया और ताइवान जैसे बड़े निर्यातक देशों में अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग घट गई। यह दिखाता है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बढ़े हुए टैरिफ का असर एशियाई देशों पर कितना गहरा है।
यूरोप में ग्रीस और स्पेन में फैक्ट्री ग्रोथ सबसे तेज रही, जबकि जर्मनी—जो यूरोपीय संघ की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है—अभी भी थोड़ी गिरावट में है, लेकिन हालात में सुधार के संकेत हैं।

HCOB यूरोजोन मैन्युफैक्चरिंग PMI अगस्त में 50.7 पर पहुंच गया, जो जुलाई में 49.8 था। यह तीन साल से ज्यादा का सबसे ऊंचा स्तर है और 50 का आंकड़ा पार कर गया है, जो ग्रोथ और गिरावट के बीच की सीमा मानी जाती है।
हैम्बर्ग कमर्शियल बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री साइरस डी ला रुबिया ने कहा – “रिकवरी हो रही है, लेकिन यह नाजुक है। इन्वेंट्री घट रही है और ऑर्डर बैकलॉग में गिरावट बताती है कि कंपनियों में अनिश्चितता बनी हुई है। घरेलू ऑर्डर बढ़े हैं और वे विदेशी मांग की कमजोरी को संतुलित कर रहे हैं।”
जर्मनी का PMI अगस्त में 49.8 तक पहुंचा, जो 50 के करीब है। हालांकि, पिछली तिमाही में जर्मन अर्थव्यवस्था 0.3% सिकुड़ी थी।
यूरोपीय संघ और अमेरिका ने जुलाई में ट्रेड डील की, लेकिन फिलहाल सिर्फ 15% का बेसलाइन टैरिफ लागू हुआ है। ब्रिटेन में अगस्त में फैक्ट्री गतिविधि फिर से कमजोर हो गई।
एशिया में दोहरी मार – टैरिफ और चीन की सस्ती सप्लाई
जापान का PMI अगस्त में 49.7 रहा (जुलाई में 48.9), लेकिन यह अब भी 50 से नीचे है यानी गिरावट जारी है।
दक्षिण कोरिया का PMI 48.3 रहा, जो लगातार सातवें महीने की गिरावट दिखाता है।
तोरू निशिहामा, दाई-इचि लाइफ रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुख्य अर्थशास्त्री, ने कहा –
“एशियाई अर्थव्यवस्थाओं पर डबल झटका है—अमेरिका के बढ़े हुए टैरिफ और चीन के सस्ते एक्सपोर्ट का दबाव।”
चीन की स्थिति जटिल है। निजी सर्वे के अनुसार PMI 50.5 पर पहुंच गया, जबकि सरकारी आंकड़ों में पांचवें महीने भी गिरावट दर्ज हुई।
अगस्त के बीच में ट्रंप ने चीन के साथ टैरिफ युद्ध को 90 दिनों के लिए रोका, यानी 10 नवंबर तक नए भारी टैरिफ नहीं लगेंगे।
भारत सबसे तेज़ – 17 साल का रिकॉर्ड टूटा
भारत ने अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में पिछले 17 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
पिछली तिमाही में GDP ग्रोथ 7.8% रही।
अगस्त में फैक्ट्रियों ने सबसे तेज़ रफ्तार पकड़ी।
हालांकि, अमेरिका ने भारतीय कपड़े, जेम्स और ज्वेलरी पर 50% टैरिफ लगाने का फैसला किया है, जिससे आने वाले समय में चुनौतियां बढ़ सकती हैं।