हरियाणा में कांग्रेस ने सैनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया

हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव, सरकार पर राजनीतिक तनाव बढ़ा

Chandigarh, Haryana: हरियाणा विधानसभा में कांग्रेस की ओर से नायब सैनी सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है। विधानसभा स्पीकर हरविंदर कल्याण ने कांग्रेस के नोटिस को मंजूरी देते हुए इसे सदन की कार्यसूची में शामिल किया। अब शुक्रवार को इस प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा होगी।

कांग्रेस ने इस कदम को राज्य सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर गंभीर आपत्तियां जताने के रूप में उठाया है। विपक्ष ने पहले भी सरकार की आलोचना की थी, लेकिन अब इसे आधिकारिक रूप से सदन में प्रस्तुत किया गया है। इससे प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में तनाव की संभावना बढ़ गई है।

स्पीकर द्वारा प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें विधानसभा में पेश करेंगे। इसके बाद हुए मतदान से यह स्पष्ट हो जाएगा कि वर्तमान सरकार को सदन का समर्थन प्राप्त है या नहीं। अविश्वास प्रस्ताव सदन के प्रति सदस्यों के विश्वास की परीक्षा माना जाता है, इसलिए इसे राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

सैनी सरकार और उसके समर्थकों का कहना है कि विपक्ष का यह कदम केवल राजनीतिक दांव-बाजी है। सरकार ने कहा कि वे विधानसभा में इस प्रस्ताव का मुकाबला मजबूती से करेंगे। कांग्रेस ने पिछले समय में कई बार सरकार की आलोचना की थी, लेकिन अब इसे औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव के रूप में पेश किया गया।

हरियाणा में साल 2024 में विधानसभा चुनाव हुआ था। 90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को लगातार तीसरी बार जीत मिली। बीजेपी ने 48, कांग्रेस ने 37, इंडियन नेशनल लोकदल ने 2 और निर्दलीयों ने 3 सीटें जीती थीं। इस राजनीतिक पृष्ठभूमि में अविश्वास प्रस्ताव के मतदान के परिणाम से राज्य की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल सकता है।

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