जीतन राम मांझी का बड़ा बयान: “जो भारत का नागरिक है, वही नागरिक रहेगा

मांझी बोले—नागरिकता पर भ्रम फैलाने वालों को जनता जवाब देगी

पटना: केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी (Hindustani Awam Morcha) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बयान दिया, जिसने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा पैदा कर दी है। उन्होंने कहा कि देश की नागरिकता पर राजनीतिक भ्रम फैलाने की कोशिश करने वालों को जनता खुद जवाब देगी। मांझी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत के नागरिक की पहचान तय है और इसी “शुद्धता” को बनाए रखना आवश्यक है।

अपने संबोधन में मांझी ने कहा,
“जो भारत का नागरिक है, वो ही नागरिक रहेगा। SIR यहीं शुद्धता कायम कर रहा है। जो SIR के खिलाफ जाएगा, उसके खिलाफ जनता चली जाएगी…”

मांझी के इस बयान को सरकार के नागरिकता और राष्ट्रीय पहचान से जुड़े विचारों के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने संकेत दिया कि किसी भी तरह की नकारात्मक राजनीति या गलत सूचना फैलाने वाले लोग जनता की नजर में कमजोर पड़ जाते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राष्ट्र और नागरिकता के मुद्दे पर “स्पष्टता और सख्ती” ही देश के हित में है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मांझी का यह बयान बिहार की मौजूदा राजनीति के बीच एक महत्वपूर्ण संकेत देता है। हालिया दिनों में नागरिकता और पहचान के मुद्दे फिर से सुर्खियों में आए हैं, और ऐसे में मांझी द्वारा “शुद्धता” बनाए रखने का ज़िक्र राजनीतिक संदेश माना जा रहा है। उनकी टिप्पणी से यह भी स्पष्ट होता है कि एनडीए के सहयोगी दल इस मुद्दे पर एकजुट हैं।

वहीं, विपक्ष इस बयान को लेकर हमलावर हो सकता है, क्योंकि अक्सर ऐसे मुद्दों पर वे सरकार पर लोगों को बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाते रहे हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इस बयान पर और प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं।

मांझी ने यह भी कहा कि जनता हमेशा उन नेताओं के साथ खड़ी होती है जो देशहित में काम करते हैं।
“जो देश के हित में जाएगा, जनता उसी को अपनाएगी। जो उसके खिलाफ जाएगा, जनता उसे ठुकरा देगी,” उन्होंने जोड़ा।

उनके इस बयान ने बिहार की राजनीतिक चर्चाओं में एक नई गर्माहट ला दी है और आने वाले दिनों में इस पर राजनीति और तेज हो सकती है।

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