दिल्ली:यूक्रेन के झंडे के रंगों में नहाया कुतुब मीनार


कुतुब मीनार नीले-पीले रंगों में सजी,इतिहास और समकालीन कूटनीति का संगम
नई दिल्ली: भारत की राजधानी दिल्ली का ऐतिहासिक कुतुब मीनार 23 अगस्त की रात एक अनोखे अंदाज में जगमगा उठा। यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज दिवस के अवसर पर इस प्राचीन स्मारक को नीले और पीले रंग की रोशनी से सजाया गया। यह आयोजन भारत-यूक्रेन मित्रता और वैश्विक एकजुटता का प्रतीक माना जा रहा है।

यूक्रेन हर साल 23 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज दिवस (Day of the National Flag) मनाता है। इस मौके पर दुनिया के कई देशों में प्रसिद्ध स्थलों को यूक्रेनी झंडे के रंगों से रोशन किया जाता है। इस साल, भारत ने भी इस परंपरा में शामिल होकर यह संदेश दिया कि शांति, एकता और मानवता सबसे ऊपर है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
https://www.youtube.com/shorts/b8ESQcoaORY
जैसे ही रात में कुतुब मीनार नीली और पीली रोशनी में जगमगाया, सोशल मीडिया पर वीडियो और तस्वीरें वायरल हो गईं। कई यूजर्स ने इसे “भारत का शांति संदेश” बताया, तो कुछ ने इसे अंतरराष्ट्रीय कूटनीति की बेहतरीन मिसाल करार दिया। ट्विटर (X) पर पत्रकार उमाशंकर सिंह और कई अन्य यूजर्स ने वीडियो शेयर कर लिखा, “दिल्ली का कुतुब मीनार आज यूक्रेन के रंगों में… एक मजबूत संदेश।”
क्यों है यह खास?
कुतुब मीनार भारत की यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है और इसे अंतरराष्ट्रीय एकजुटता के प्रतीक के रूप में रोशन करना केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत की विदेश नीति और मानवीय मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता का संकेत है। यह कदम ऐसे समय में आया है जब यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध जारी है और पूरी दुनिया में शांति की अपील की जा रही है।
इतिहास और संदेश
कुतुब मीनार, जो 12वीं सदी में निर्मित हुआ था, पहली बार इस तरह के रंगों में देखा गया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे आयोजन यह दिखाते हैं कि संस्कृति और विरासत को शांति का दूत बनाया जा सकता है।