SIR, वोटर अधिकार यात्रा,अब गिरिराज सिंह ने मोर्चा संभाल लिया है!


वोटर अधिकार यात्रा पर निकलेंगे राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार में वोटर अधिकार यात्रा शुरू करेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। राहुल ने बिहार के युवाओं से इस यात्रा में शामिल होने की अपील भी की।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा शुरू होने से पहले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी प्रेस कांफ्रेंस करके कहा है कि बिहार में 17 अगस्त से जो यात्रा शुरू हो रही है, वह लोगों को सजग करने की यात्रा है, क्योंकि साजिश करने वाले बाज नहीं आएंगे, वो वोट चुराने की कोशिश करेंगे।

17 अगस्त को बिहार के सासाराम से ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू हो रही है। यह 16 दिन की यात्रा है, जिसमें हम 1,300 किलोमीटर चलेंगे।
1 सितंबर को पटना में एक विशाल रैली के साथ इस यात्रा का समापन होगा और इसमें INDIA गठबंधन के लोग शामिल होंगे।
यह यात्रा ‘एक व्यक्ति-एक वोट’ के अधिकार की लड़ाई के लिए की जा रही है।
SIR से 65 लाख नाम हटे, विवाद बढ़ा
चुनाव आयोग बिहार में SIR (स्पेशल समरी रिवीजन) कर रहा है। इसके तहत लगभग 65 लाख वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटाए गए हैं। विपक्ष इस मुद्दे को बड़ा बना रहा है। मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा है कि जिनके नाम हटे हैं, उनकी लिस्ट सार्वजनिक की जाए। चुनाव आयोग ने इस पर सहमति जताई है।

एनडीए ने राहुल पर साधा निशाना
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं को निशाना बना रहे हैं। लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, “राहुल गांधी के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह बौखला गए हैं।” जदयू और जीतन राम मांझी की पार्टी ने भी चुनाव आयोग का समर्थन किया है।
गिरिराज सिंह का हमला
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ANI से कहा, “राहुल गांधी झूठ की खेती करते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को निर्देश दिए हैं। आप आवेदन क्यों नहीं दे रहे? क्योंकि आप झूठ बोल रहे हैं। आपकी दादी ने भी लोकतंत्र की अवहेलना की थी।”https://twitter.com/AHindinews/status/1956596797776003143?t=wthSpxPMJ4_xFdgjmIJeoA&s=19
चुनाव से पहले बढ़ी सियासी गर्मी
बिहार में जल्द चुनाव का ऐलान हो सकता है। विपक्ष इस मुद्दे को बड़ा बनाकर जनता के बीच जाना चाहता है। वहीं एनडीए कह रहा है कि विपक्ष संवैधानिक संस्थाओं का अपमान कर रहा है और जनता को गुमराह कर रहा है।