राम सुतार के निधन से कला जगत को बड़ी क्षति, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रसिद्ध शिल्पकार राम सुतार के निधन पर पीएम मोदी ने जताया गहरा शोक
देश के प्रख्यात शिल्पकार राम सुतार के निधन से कला जगत और देश को गहरी क्षति पहुंची है। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राम सुतार का योगदान भारतीय कला और संस्कृति के लिए अविस्मरणीय रहेगा। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
पीएम मोदी ने कहा कि राम सुतार ने अपने अद्वितीय शिल्पों के जरिए भारत को कई प्रतिष्ठित पहचान दिलाई। उन्होंने विशेष रूप से गुजरात के केवाड़िया में स्थापित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उल्लेख किया, जिसे राम सुतार की सबसे प्रतीकात्मक और ऐतिहासिक कृतियों में गिना जाता है। यह प्रतिमा न केवल विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है, बल्कि राष्ट्रीय एकता और गौरव का भी प्रतीक बन चुकी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राम सुतार की कलाकृतियां भारत के इतिहास, संस्कृति और सामूहिक चेतना को सशक्त रूप से दर्शाती हैं। उनकी मूर्तियां केवल पत्थर या धातु की आकृतियां नहीं हैं, बल्कि उनमें राष्ट्रभावना और प्रेरणा समाहित है। उन्होंने कहा कि राम सुतार ने राष्ट्राभिमान को अपनी कला के माध्यम से स्थायी स्वरूप दिया।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि राम सुतार द्वारा रचित कलाकृतियां आने वाली पीढ़ियों के लिए एक अमूल्य धरोहर हैं। उनकी रचनाएं कलाकारों के साथ-साथ आम नागरिकों को भी सदैव प्रेरित करती रहेंगी। उनका योगदान भारतीय शिल्पकला के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा।
प्रधानमंत्री ने दिवंगत शिल्पकार के परिवार, प्रशंसकों और उनके जीवन कार्य से प्रभावित सभी लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की। राम सुतार का निधन भारतीय कला जगत के लिए एक युग के अंत के समान माना जा रहा है।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

