दक्षिण अफ्रीका से भिड़ंत को तैयार टीम इंडिया
हरमनप्रीत की कप्तानी में भारत का खिताबी मिशन शुरू
नई दिल्ली: हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम आठ साल बाद एक और आईसीसी वर्ल्ड कप फाइनल खेलने जा रही है। रविवार को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में टीम इंडिया का मुकाबला पहली बार फाइनल में पहुंची दक्षिण अफ्रीका की टीम से होगा।
इस टूर्नामेंट में भारत की सबसे बड़ी ताकत उसका संतुलन, निरंतरता और निडर रवैया रहा है। बल्लेबाजी में टॉप ऑर्डर से लेकर मिडिल ऑर्डर तक खिलाड़ियों ने मैच जीतने की जिम्मेदारी उठाई है।
स्मृति मंधाना और प्रतीका रावल की जोड़ी ने भारत को शानदार शुरुआत दिलाई है। मंधाना ने अब तक 389 रन बनाए हैं, जबकि प्रतीका ने 308 रन जोड़कर टीम को स्थिरता दी है। दोनों ने मिलकर पारी की शुरुआत को मजबूत नींव दी है और कई बार विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाया है।
मिडिल ऑर्डर में जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा और रिचा घोष ने मौके पर जिम्मेदारी निभाई है। खासकर सेमीफाइनल में जेमिमा और हरमन की साझेदारी के बाद नीचे के बल्लेबाजों ने तेज रन बनाकर टीम को 300 के पार पहुंचाया। इस बार मिडिल ऑर्डर में निडरता और तेजी दिखी है — यही बदलाव टीम को पहले से मजबूत बनाता है।
गेंदबाजी में भारत की स्पिन जोड़ी दीप्ति शर्मा और श्री चरणी ने शानदार प्रदर्शन किया है। दीप्ति अब तक 17 विकेट लेकर टूर्नामेंट की सबसे सफल गेंदबाजों में शामिल हैं, जबकि युवा श्री चरणी ने 13 विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा है। इनके साथ स्नेह राणा और राधा यादव ने भी अहम योगदान दिया है।
हरमनप्रीत की कप्तानी में टीम का आत्मविश्वास साफ झलकता है। खिलाड़ियों ने हार से सीख ली है और अब जीत के लिए एकजुट हैं। फाइनल में भारत का लक्ष्य न केवल ट्रॉफी जीतना है, बल्कि महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ना भी है।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

