कफ सिरप ने ली मासूमों की जान, अब प्रशासन की बड़ी कार्रवाई

जहरीली कफ सिरप से बच्चों की मौत, सरकार और स्वास्थ्य विभाग सख्त जांच में जुटे

देश में बच्चों की मौतों का मामला बढ़ता जा रहा है। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में 11 और राजस्थान में 3 बच्चों की मौत हो गई। घटना के बाद प्रशासन ने फौरन कार्रवाई शुरू कर दी। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने तमिलनाडु के FDA को कहा कि ‘Coldrif’ सिरप बनाने वाली कंपनी Sresan Pharmaceutical के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएँ

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ वीडियो मीटिंग की। इसमें दवाओं के सुरक्षित उपयोग और गुणवत्ता जांच पर चर्चा हुई।

मध्य प्रदेश में 11 मौतें और FIR

छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप के कारण 11 बच्चों की मौत हुई। प्रशासन ने डॉक्टर प्रवीण सोनी को गिरफ्तार किया। उन्होंने अधिकतर बच्चों को यह सिरप लिखा था। कंपनी के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई।

लैब रिपोर्ट में सामने आया कि सिरप में डायएथिलीन ग्लाइकोल (DEG) की मात्रा 48.6% थी। यह बच्चों के लिए खतरनाक था। मृत बच्चों में शामिल हैं: शिवम, विधि, अदनान, उसैद, ऋषिका, हेतांश, विकास, चंचलेश, संध्या, श्रेया और योगिता। मध्य प्रदेश सरकार ने सिरप की बिक्री पर पूरी रोक लगा दी।

राजस्थान में 3 मौतें

राजस्थान के जयपुर में छह वर्षीय बच्चे अंश की मौत हुई। इसके अलावा भरतपुर और सीकर में दो बच्चों की भी जान गई। परिवार का कहना है कि बच्चों को घर पर कफ सिरप दिया गया था। जांच जारी है।

तेलंगाना और केरल में सतर्कता

तेलंगाना और केरल ने Coldrif सिरप की बिक्री पर रोक लगा दी। केरल में कोई बैच नहीं बिका। लेकिन सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।

CDSCO की जांच

CDSCO ने छह राज्यों में फैक्ट्रियों का निरीक्षण शुरू किया। 19 सैंपल लिए गए, जिनमें कफ सिरप और अन्य दवाएं शामिल हैं। विशेषज्ञ टीम छिंदवाड़ा में मौतों के कारणों की समीक्षा और जांच कर रही है।

सरकार और स्वास्थ्य विभाग बच्चों की सुरक्षा के लिए फौरन और ठोस कदम उठा रहे हैं।

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