मैथिली ठाकुर के चुनाव पर पिता का बड़ा बयान

मैथिली के राजनीति में आने और राज्य विकास पर पिता की प्रतिक्रिया

लोकप्रिय लोक गायिका मैथिली ठाकुर के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की खबरों ने राज्य में राजनीतिक और सामाजिक हलचल बढ़ा दी है। इस पर उनकी प्रतिक्रिया के साथ-साथ उनके पिता रमेश ठाकुर की राय भी सामने आई। रमेश ठाकुर ने कहा कि बेटी का राजनीति में आना अच्छी पहल है और इससे उन्हें खुशी महसूस हो रही है। उन्होंने एनडीए के शासन की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार में सरकार बनने के बाद राज्य में विकास हुआ है और अब स्थिति बहुत बेहतर हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने लालू यादव के शासन की आलोचना करते हुए पलायन की समस्या पर भी प्रकाश डाला।

रमेश ठाकुर ने बिहार से पलायन का कारण जातिगत उन्माद और तब के शासन में उत्पन्न समस्याओं से जोड़ा। उन्होंने बताया कि पहले बैच के पलायनकर्ता वही थे और अब तक लोग राज्य के बाहर ही रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि तब उनके जैसे युवा 20-25 वर्ष के थे, जो स्थिति से परेशान होकर राज्य छोड़ गए। उन्होंने सरकार और समाज से अपील की कि पलायन करने वालों की मदद और उनकी वापसी पर ध्यान दिया जाए।

मैथिली ठाकुर ने अपने राजनीतिक करियर की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे उत्साहित हैं, लेकिन अभी आधिकारिक घोषणा का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे राजनीति में सिर्फ नाम कमाने या खेल खेलने के लिए नहीं आ रही हैं, बल्कि अपने क्षेत्र और राज्य में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य से कदम उठा रही हैं। उन्होंने कहा कि जब वे विभिन्न राज्यों में जाती हैं, तो हर बार बदलाव देखने को मिलता है और उन्हें महसूस हुआ कि बिहार में भी इस तरह की व्यवस्था की आवश्यकता है। उनका कहना है कि राज्य के लिए अगले पांच साल अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और उन्हें उम्मीद है कि उनकी भागीदारी से जनता को लाभ मिलेगा।

मैथिली ठाकुर ने युवाओं और महिलाओं को आगे लाने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी और प्रशासनिक दृष्टिकोण से युवाओं की सोच और उनकी भागीदारी राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। मैथिली ने नीतीश कुमार के नेतृत्व की भी तारीफ की और कहा कि उनके नेतृत्व में बिहार ने काफी तरक्की की है। उनके अनुसार, राज्य में ऐसा प्रशासन होना चाहिए जो युवाओं और महिलाओं को समान अवसर दे और जिससे पलायन की समस्या कम हो।

अंततः मैथिली ठाकुर ने जनता से आशीर्वाद और समर्थन की अपील की। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना नहीं है, बल्कि समाज और राज्य के लिए वास्तविक बदलाव लाना है। इस राजनीतिक कदम से यह स्पष्ट होता है कि मैथिली ठाकुर अपनी लोकप्रियता और सामाजिक प्रभाव का उपयोग बिहार के युवाओं और आम लोगों की भलाई के लिए करना चाहती हैं। उनकी भागीदारी से न केवल चुनाव में नई दिशा मिल सकती है, बल्कि राज्य में युवाओं की भागीदारी और सामाजिक जागरूकता भी बढ़ सकती है।

इस तरह, मैथिली ठाकुर का बिहार विधानसभा चुनाव में उतरना राज्य की राजनीति में नए रंग भरने वाला कदम माना जा रहा है और उनके पिता का समर्थन इसे और मजबूत करता है।

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