लालू से मुलाकात करने वाले रिटायर्ड जज देश की आत्मा की बात न करें-BJP

रविशंकर प्रसाद ने कहा– दोषी नेताओं से मिलने वाले जज देश की आत्मा पर न करें राजनीति

नई दिल्ली: उप राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज़ है। विपक्षी गठबंधन ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार घोषित किया है। इसी को लेकर भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को उन पर सीधा हमला बोला और गंभीर सवाल उठाए।

रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जब कोई सेवानिवृत्त न्यायाधीश राजनीति के चुनावी मैदान में उतरता है और बड़ी-बड़ी बातें करता है तो उस पर सवाल उठना लाज़िमी है। उन्होंने सुदर्शन रेड्डी के हालिया बयान का जिक्र करते हुए कहा कि “वह कहते हैं कि देश की आत्मा को बचाने के लिए मुझे वोट दें, लेकिन असल सवाल यह है कि उनकी राजनीतिक प्रतिबद्धता किसके साथ है?”

भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि सुदर्शन रेड्डी हाल ही में चारा घोटाले में दोषी करार दिए जा चुके राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मिले। इस पर उन्होंने सवाल उठाया कि “आप किस तरह के सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज हैं कि ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जिसे अदालत ने घोटाले का दोषी ठहराया है? क्या यही आपकी नैतिकता है?”

प्रसाद ने विपक्षी उम्मीदवार के रुख पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जो नेता भ्रष्टाचार के मामलों में सज़ा पा चुके व्यक्तियों के साथ खड़े हों, वे देश की आत्मा की बात नहीं कर सकते। भाजपा सांसद का यह बयान साफ संकेत देता है कि भाजपा उप राष्ट्रपति चुनाव को भी नैतिकता बनाम अवसरवाद की लड़ाई के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है।

गौरतलब है कि विपक्ष ने सुदर्शन रेड्डी को अपने साझा उम्मीदवार के तौर पर उतारा है और उन्हें एक ईमानदार, संवैधानिक मूल्यों में विश्वास रखने वाला चेहरा बताया है। विपक्ष का तर्क है कि रेड्डी का नाम संविधान और लोकतांत्रिक संस्थाओं की रक्षा की गारंटी के तौर पर सामने लाया गया है।

हालांकि, भाजपा ने जिस तरह से लालू प्रसाद यादव से मुलाकात को मुद्दा बनाया है, उससे साफ है कि चुनावी नैरेटिव केवल संविधान बचाने बनाम लोकतंत्र बचाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह नैतिकता बनाम भ्रष्टाचार के सवाल पर भी घूमेगा।

अब देखना होगा कि विपक्ष इस आरोप का कैसे जवाब देता है और सुदर्शन रेड्डी इस विवादास्पद मुलाकात पर क्या सफाई पेश करते हैं।

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