सरकार जो 20 साल में नहीं कर सकी, हम 20 महीने में करेंगे : तेजस्वी यादव
सहरसा में जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा— भाजपा और अमित शाह नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते
बिहार विधानसभा चुनाव के करीब आते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को सहरसा में आयोजित बड़ी जनसभा में जमकर चुनावी राजनीति की। उन्होंने अपनी पार्टी और गठबंधन की उपलब्धियों और योजनाओं का जोरदार प्रचार करते हुए कहा कि जनता के लिए बड़ी सोच और विकास की नीति लाई जाएगी।
तेजस्वी यादव ने कहा, “जो काम सरकार पिछले 20 सालों में नहीं कर पाई, वह काम हम महागठबंधन की सरकार आने पर सिर्फ 20 महीने में करके दिखाएंगे। जनता अब बदलाव की मांग कर रही है और बिहार को नई दिशा देने का समय आ गया है।” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, कृषि और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में पर्याप्त प्रगति नहीं हुई है, और महागठबंधन सरकार आने पर इन क्षेत्रों में तेजी से सुधार किया जाएगा।
उन्होंने केंद्र और भाजपा पर भी निशाना साधा। तेजस्वी ने कहा, “हमें यह नहीं पता कि एनडीए का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा। अमित शाह और भाजपा नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते, और यह बिहार के साथ अन्याय है। यह बहुत दुख की बात है कि भाजपा अपने सहयोगी दल के हितों और जनता के विकास को नजरअंदाज कर रही है।”
तेजस्वी यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी भरोसा दिलाया कि महागठबंधन की सरकार आने पर युवाओं को रोजगार, किसानों को समर्थन, गरीबों और पिछड़े वर्गों को सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनके वादे केवल चुनावी बयान नहीं होंगे, बल्कि जमीन पर स्पष्ट रूप से लागू होंगे।
साथ ही तेजस्वी ने जनता से आह्वान किया कि वे बिहार में विकास और न्याय की राजनीति को मजबूत करें और ऐसे नेताओं को मौका दें जो केवल परिवार या जाति के नाम पर सत्ता न चलाएं। उनके इस बयान ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है, वहीं राजनीतिक गलियारों में भाजपा और जदयू के तालमेल और नीतीश कुमार की स्थिति पर भी सवाल उठने लगे हैं।
सहरसा में तेजस्वी की यह जनसभा इस बात का संकेत है कि महागठबंधन अब पूरी ताकत से चुनावी मोर्चे पर उतर चुका है और आगामी चुनाव में बिहार की जनता को विकास, रोजगार और सामाजिक न्याय का भरोसा दिलाने के लिए सक्रिय है।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

