झाड़ू और धनतेरस: वास्तु अनुसार सही दिशा और समय
Dhanteras 2025: धनतेरस पर झाड़ू रखने और इस्तेमाल करने के वास्तु नियम
धनतेरस 2025 का त्योहार 18 अक्टूबर, शनिवार को मनाया जाएगा। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, धनतेरस पर नई झाड़ू लाना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन घर में नई झाड़ू खरीदने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। हालांकि, शुभ दिन से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि झाड़ू का प्रयोग और उसे घर में रखने की व्यवस्था सही हो। गलत तरीके से रखी झाड़ू गरीबी और आर्थिक परेशानियों को आमंत्रित कर सकती है।
1. झाड़ू हमेशा छिपाकर रखें
वास्तु शास्त्र के अनुसार, झाड़ू को हमेशा छिपाकर रखना चाहिए। इसे दरवाजे के पीछे या पलंग के नीचे रखा जाए। झाड़ू को खुली जगह में रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है और धन की आवक पर बुरा असर पड़ता है।
2. झाड़ू को सीधा न खड़ा करें
झाड़ू को कभी भी सीधा खड़ा करके नहीं रखना चाहिए। घर में खड़ी झाड़ू रखने से अस्थिरता और आर्थिक समस्याएं बढ़ सकती हैं। वास्तु शास्त्र में मान्यता है कि खड़ी झाड़ू रखने से मां लक्ष्मी की कृपा रुक जाती है और घर में नकारात्मकता बढ़ सकती है।
3. झाड़ू लगाने का समय
झाड़ू का सही समय भी महत्वपूर्ण है। घर में शाम या रात्रिकाल में झाड़ू लगाना वर्जित माना जाता है। सूर्योदय के बाद झाड़ू लगाने से धन और समृद्धि आती है, जबकि संध्याकाल में झाड़ू लगाने से मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं।
4. झाड़ू रखने की दिशा
वास्तु के अनुसार, झाड़ू को घर की दक्षिण-पश्चिम, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम दिशा में रखना शुभ होता है। इस दिशा में रखी झाड़ू खर्चों में कमी और आर्थिक स्थिरता लाती है। ध्यान रहे कि झाड़ू कभी किचन की चीजों से न छुए और मुख्य द्वार के ठीक सामने न रखा जाए।

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संजना झा पत्रकारिता के क्षेत्र में 8 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वह हिंदी माइक में बतौर असिस्टेंट एडिटर कार्यरत हैं। उन्हें समसामयिक घटनाएँ, राजनीति एवं लाइफस्टाइल जैसे विषयों में गहरी समझ और लेखन का व्यापक अनुभव प्राप्त है। अपनी खोजपरक दृष्टि, तथ्यपरक रिपोर्टिंग और विषयों की गहराई तक पहुंचने की शैली के लिए वह जानी जाती हैं।
ज्वाइनिंग डेट: 16 अगस्त 2025

