पीएम मोदी ने लॉन्च की “धन-धान्य” और “दलहन आत्मनिर्भरता” योजनाएं

किसानों की आय बढ़ाने और देश को दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा कदम।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के किसानों को समर्पित दो नई महत्वाकांक्षी योजनाओं — “प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना” और “दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” — का शुभारंभ किया। दोनों योजनाओं का उद्देश्य कृषि क्षेत्र को आधुनिक तकनीक से जोड़ना, किसानों की आमदनी में वृद्धि करना और ग्रामीण भारत को आत्मनिर्भर बनाना है।

प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना विशेष रूप से देश के आकांक्षी जिलों में लागू की जाएगी, जहां विकास की गति अपेक्षाकृत धीमी रही है। इस योजना के अंतर्गत 11 मंत्रालयों की 36 उप-योजनाओं को एक साथ जोड़कर कृषि विकास के लिए समन्वित रणनीति तैयार की गई है। सरकार का लक्ष्य है कि खेती को केवल जीविका का साधन न मानकर, एक लाभदायक व्यवसाय बनाया जाए। इसमें सिंचाई, बीज सुधार, भंडारण, फसल बीमा और कृषि बाजार सुधार जैसे क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाएगी।

वहीं प्रधानमंत्री ने दूसरी योजना “दलहन आत्मनिर्भरता मिशन” की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य देश में दालों के उत्पादन को बढ़ाना और आयात पर निर्भरता को कम करना है। भारत विश्व का सबसे बड़ा दाल उपभोक्ता देश है, लेकिन हर साल करोड़ों टन दाल विदेशों से आयात करनी पड़ती है। इस मिशन के तहत किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, आधुनिक खेती तकनीक, सिंचाई सहायता और फसल के उचित मूल्य की गारंटी दी जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इन योजनाओं से कृषि क्षेत्र में नई ऊर्जा आएगी। उन्होंने बताया कि सरकार किसानों को तकनीक से जोड़ने, कृषि उत्पादों की वैल्यू चेन बनाने और ग्रामीण युवाओं को कृषि आधारित रोजगार से जोड़ने पर भी काम कर रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा —

“हमारा लक्ष्य सिर्फ अनाज उत्पादन बढ़ाना नहीं, बल्कि किसानों की आमदनी और सम्मान बढ़ाना भी है। समृद्ध किसान ही समृद्ध भारत की नींव हैं।”

इन योजनाओं के माध्यम से केंद्र सरकार का प्रयास है कि आने वाले वर्षों में भारत न केवल खाद्यान्न बल्कि दलहन उत्पादन में भी पूरी तरह आत्मनिर्भर बने और किसानों को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाया जा सके।

Share Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *